गुरु तेग बहादुर सिख धर्म के नौवें गुरु थे, आजीवन परोपकार की भावना से उन्होंने सेवा किया जबरन हो रहे धर्म परिवर्तन का विरोध किया। शरणागत की रक्षा करना और उनकी सेवा करना गुरुजी ने सर्वोपरि माना उन्होंने। अपने धर्म की रक्षा के लिए मुगलों से संघर्ष किया इन्हीं संघर्षों के दौरान उन्होंने अपनी शहादत भी स्वीकार की प्रस्तुत लेख में आप गुरु तेग बहादुर जी के अनमोल वचन पढ़ेंगे और भक्ति का लाभ लेंगे।
Guru Tegh Bahadur ji Quotes in Hindi
1.
गुरु बिनु घोरु अंधारू गुरु बिनु समझ न आवै
गुरु बिनु सुरति न सीधि गुरु बिनु मुकति न पावै।
2.
इस जगत में सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है
बंदे की सेवा ईश्वर की सेवा है।
3.
अध्यात्म का मार्ग सदैव कठिन होता है
यहां पग पग पर परीक्षा देनी पड़ती है।
4.
धर्म की रक्षा के लिए जो
अपना शीश कटवाने से भी पीछे नहीं हटे
ऐसे बलिदानी गुरु जिसके जीवन में हो
वह कभी निराश नहीं हो सकता।
5.
गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती है
यदि आपके पास
उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
गुरु गोविंद सिंह जी के अनमोल वचन
गुरु नानक देव जी के अनमोल विचार
6.
निराशावादी तथा उदासीन भाव को त्याग कर
उत्साहित और प्रेरक व्यक्तित्व का
विकास कीजिए
समाज के लिए यही उन्नति का द्वार है।
7.
मैं कर सकता हूं, मैं करूंगा और कभी हार नहीं मानूंगा
यह विचार अपने पिंड को अध्यात्म से जोड़ता है।
8.
जब आप निस्वार्थ भाव से
परोपकार की भावना को स्वीकार करते हैं
तो आपकी और सकारात्मक भाव आकर्षित होती है
तथा नकारात्मक विचार आपसे दूर भागती है।
9.
आप किसी आत्म प्रेरक वाक्यों का चुनाव कीजिए
जो आपको आपके जीवन के
अर्थ पूर्ण होने की संपुष्टि करता है
यही प्रेरक वाक्य
आपको महान उन्नति का मार्ग दिखाएंगे।
10.
अपने पिंड की रक्षा करते
प्राण भी चले जाएं तो
कोई चिंता का विषय नहीं है
11.
धर्म एवं मानवता की खातिर
अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले
गुरु तेग बहादुर जी को शत शत नमन।
12.
सज्जन व्यक्ति वह है
जो अनजाने में भी
किसी की भावनाओं को
आहत नहीं करता।
13.
अहंकारी व्यक्ति को
अपने स्वार्थ के अतिरिक्त
कुछ और दिखाई नहीं देता।
14.
ईमानदारी, विश्वास, प्यार, निष्ठा, आशा, साहस,
पहल, उदारता, परिश्रम, दयालु यह सभी प्रवृत्ति
आपके भीतर की आत्मा को
परमात्मा से जोड़ने का कार्य करती है
15.
कोई भी सपना, सपना तभी तक रहता है
जब तक आप उसे
साकार करने के लिए उन्नत नहीं होते।
अन्य लेख भी पढ़ें
Swami Vivekananda Hindi quotes
Veer Savarkar Quotes in Hindi ( वीर सावरकर के सुविचार )
महात्मा गांधी के अनमोल वचन Mahatma Gandhi Quotes in Hindi
Ratan Tata Quotes in Hindi ( रतन टाटा के सुविचार )
Rakesh Jhunjhunwala Quotes in Hindi ( राकेश झुनझुनवाला सुविचार )
Harshad Mehta Quotes in Hindi ( हर्षद मेहता सुविचार )
Mukesh Ambani Quotes in Hindi ( मुकेश अंबानी सुविचार )
Warren Buffet quotes in Hindi ( वारेन बफे के सुविचार )
Vivek Bindra Quotes in Hindi – विवेक बिंद्रा सुविचार
Pushkar Raj Thakur Quotes in Hindi (पुष्कर राज ठाकुर)
समापन
विगत काल खंडों में भारत के इतिहास को देखें, तो इसने गुलामी की दास्तां को झेला था जिसमें मानवीय मूल्यों की क्षति हुई थी। बलात धर्म परिवर्तन किए जा रहे थे, महिलाओं का सम्मान सुरक्षित नहीं था। ऐसे में गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म को मजबूत बनाने के लिए अपना दृढ़ संकल्प दिखाया था। दीन-दुखियों की सेवा करना अपना धर्म माना था। राहगीरों के लिए आश्रय स्थल, भोजन-पानी की व्यवस्था कर उन्होंने मानव की सेवा की थी। मुगलों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाए जाने पर उन्होंने अपनी मजबूत इच्छा शक्ति का परिचय दिया। उन्होंने शीश कटवाना उचित समझा लेकिन शीश झुकाना स्वीकार नहीं किया। ऐसे महान व्यक्तित्व के गुरु जिस धर्म और समाज में हो वह समाज तथा धर्म निश्चित ही श्रेष्ठ होता है।
उपरोक्त लेख आपको कैसा लगा? अपना सुझाव तथा विचार कमेंट बॉक्स में लिखें, ताकि हम लेख को और अधिक सुधार के साथ प्रस्तुत कर सकें।