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आज के लेख में हम गणेश जी की पुत्री मां दुर्गा की अवतार संतोषी माता के आशीर्वाद स्वरुप अनमोल वचन,सुविचार तथा कोट्स को संग्रहित कर रहे हैं।
इन आशीर्वाद को पढ़कर आप अपने जीवन में सफलता,सुख,वैभव आदि को प्राप्त कर सकते हैं।
संतोषी माता कोट्स – Santoshi Mata Quotes
माता संतोषी का व्रत शुक्रवार को किया जाता है।
यह विश्वास है कि सोलह शुक्रवार का व्रत करने वाला साधक अपने मनोवांछित फल को प्राप्त कर लेता है। माता संतोषी अपने भक्तों को कभी भी दुखी नहीं देखती। उनका हृदय अपने भक्तों के लिए सदैव कृपा की वर्षा करता रहता है। इनका भोग गुड और चना है जो बेहद ही साधारण है। इन्हें अन्य देवी-देवताओं की भांति मनाने में अधिक समय नहीं लगता।
यह संतोष की देवी हैं इसीलिए इन्हें माता संतोषी कहा गया है।
1
क्षमाशील दया भाव की देवी
गणपति गजानन की पुत्री
भक्तों को कभी दुखी नहीं देखती
उसकी पीड़ा हरने को
सदैव तत्पर रहती है जय मां संतोषी। ।
2
जो कोई तेरे द्वार है आता खाली हाथ कभी ना जाता
दुख पीड़ा सब दूर हो जाता, परम कृपा को है पाता। ।
3
शुक्रवार का है दिन महान ,
मां संतोषी से मिलता परम ज्ञान
संतोष जिसके जीवन में है आता
शेष इच्छा जीवन में नहीं रह जाता। ।
4
गुड़ चना है जिनका भोग , उनका मिलता सदा सहयोग
गौ माता को लगाकर भोग सुखद बना लो अपना संयोग। ।
Best Santoshi Mata Quotes
5
शुक्रवार को जो कोई मां संतोषी का व्रत करता है
संतोष के साथ सुख समृद्धि और वैभव पाता है।
6
संतोषी माता की प्रसन्नता एक दिव्य छटा देती है
शांति देती मन को ,दुख पीड़ा हर लेती है। ।
7
रिद्धि-सिद्धि है जिनकी माता
शुभ-लाभ है जिनके भ्राता
इन देवी की प्रसन्नता में
क्यों विलंब है कर जाता। ।
8
संतोषी माता का रूप अनुपम है
जिनके चार भुजाएं भक्तों की पीड़ा दूर करने
धन वैभव भरने के लिए तत्पर रहती है
उनके मनोहर तथा दिव्य रूप को
कोटि-कोटि प्रणाम है। ।
9
जय गणेश की सुता भवानी
रिद्धि सिद्धि की पुत्री ज्ञानी
अगम अगोचर तुम्हारी माया
सब पर करो कृपा की छाया। ।
10
जय संतोषी मात अनुपम
शांति दायिनी रूप मनोरम
सुंदर वरुण चतुर्भुज रूपा
वेश मनोहर ललित अनुपा। ।
11
गौरी पुत्र गणपति की बेटी यह है बड़ी भोली
चिंता में डूबे हुए लोगों कर लो इसकी भक्ति।
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समापन
संतोषी मां का नाम ही संतोष से है,नाम के अनुसार इनके संतोष की कोई सीमा नहीं है।
यह अपने भक्तों की पीड़ा को दूर करने के लिए सदैव तत्पर रहती है। कैसी भी विपत्ति अपने भक्तों पर आने नहीं देती।
यह गणेश तथा रिद्धि-सिद्धि की पुत्री हैं। इनके भाई शुभ-लाभ हैं।
इनका परिवार जहां भी एकत्रित होता है,जिस घर में भी निवास करता है वह घर कभी भी किसी विपत्ति में नहीं आता। उसके घर धन-धान्य वैभव, समृद्धि आदि की कोई कमी नहीं होती। ज्ञान का भंडार सदैव भरा रहता है।
आप भी संतोषी माता की पूजा कीजिए उनकी भक्ति कीजिए।
यह संतोषी केवल गुड़-चना के भोग से ही प्रसन्न हो जाती हैं और अपने भक्तों पर सर्वस्व निछावर करने को तैयार रहती है।